maa annapurna ko kare prasanna धन-धान्य की देवी के रूप
में माता अन्नपूर्णा की पूजा संपूर्ण भारत में की जाती है।
माता अन्नपूर्णा से जुड़ी कुछ खास बातें
माता अन्नपूर्णा के संबंध में कहा जाता है कि यह मां जगदम्बा का ही एक रूप है।
जो भी भक्त माता की शरण में आते हैं।
वह कभी भी धन-धान्य से वंचित नहीं होते हैं।
शिव जी ने अन्नपूर्णा मां से भिक्षा मांगी थी
पुराने ग्रंथों के अनुसार शिव जी ने अन्नपूर्णा मां से भिक्षा मांगी थी
एक समय की बात है जब धर्म की नगरी काशी में अन्य की कमी हो गई थी।
चारों ओर त्राहीमाम हो रहा था। maa annapurna ko kare prasanna
तभी शिव जी ने अन्य की देवी माता अन्नपूर्णा से भिक्षा मांगा था।
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माता ने शिव जी को वरदान दिया था कि जो भी भक्तगण उनकी भक्ति करेंगे।
माता उनको कभी भी धन एवं धान्य से वंचित नहीं करेगी।
इस घटना के बाद से प्रतिवर्ष माता अन्नपूर्णा देवी की पूजा की जाती है।
माता अन्नपूर्णा कहां एवं कैसे रखना चाहिए?
माता अन्नपूर्णा का संबंध अन्न से है।
इसलिए माता की तस्वीर को रसोई घर में रखना ही चाहिए।
रसोई घर के आग्नेय कोण की ओर माता की तस्वीर को रखें।
कहा जाता ,है कि रसोई घर में माता की तस्वीर रखने से घर में कभी भी धन-धान्य की कमी नहीं होती है।
वह घर हमेशा अनाज से भरा रहता है।
जिस घर के रसोई में माता अन्नपूर्णा की तस्वीर रहती है।
वास्तु दोष भी कम होता है माता अन्नपूर्णा देवी का चित्र लगाना से
यदि आपके घर में वास्तु दोष है, तो आपके वास्तु दोष को भी ठीक
माता अन्नपूर्णा देवी की तस्वीरें कर सकती है। maa annapurna ko kare prasanna
वाराणसी शहर में माता अन्नपूर्णा की विशेष कृपा है
माता अन्नपूर्णा की मंदिर है वाराणसी में।
इसे वर्ष में एक बार ही खोला जाता है, और उस दिन
माता के मंदिर से कोई भी भक्त खाली हाथ नहीं लौटता है।
भाग्यशाली होते हैं वह व्यक्ति, जिन्हें माता के मंदिर से पैसा प्रसाद के रूप में मिलता है।
वहीं दूसरी और माता के भक्त जनों का कहना है कि वाराणसी शहर में माता की विशेष कृपा है।
यहां पर कोई भी खाली पेट नहीं सोता है।
संपूर्ण नगरी की भरण पोषण का भार माता के ऊपर है।
अन्न का कभी भी ना करें अपमान
माता अन्नपूर्णा उन लोगों से बहुत ज्यादा नाराज होती हैं।
जो रोजाना अन्न की बर्बादी करते हैं।
इसलिए कोशिश करें खाना बर्बाद ना करने की।
आप जितना खा सकते हैं। maa annapurna ko kare prasanna
उतना ही खाना लीजिए और उसे पूरा खाने की कोशिश करें।
शादी में दुल्हन को देते हैं माँ अन्नपूर्णा देवी की मूर्ति
क्या आप जानते हैं कि महाराष्ट्र में शादी के दौरान दुल्हन को माता अन्नपूर्णा देवी की मूर्ति दी जाती है।
ऐसा इसलिए दिया जाता है कारण नई नवेली बहू माता लक्ष्मी का ही तो रूप होती है।
इसलिए उन्हें अन्नपूर्णा देवी की मूर्ति दी जाती है।
ताकि वह भी माता अन्नपूर्णा जैसे बने।
मां अन्नपूर्णा देवी दिखती कैसी हैं?
माथे पर मुकुट, लाल वस्त्र धारी और हाथ में लिए रहती है माता अन्न की थाली।
बहुत सारी तस्वीर में माता शिवजी को अन्न का दान करते हुए भी दिखाई देती है।
यह सभी घटनाएं पौराणिक कथाओं के अनुसार बताई गई है।