सुबह 8:00 बजे के बाद उठने वाले लोगों के लिए श्री कृष्ण भगवान क्या कहते हैं?
आपको बता दें कि शास्त्रों में स्नान से जुड़ी कई सारी बातों का जिक्र किया गया है। किस समय में स्नान करना चाहिए, यह बात भी बताया गया है। यहां तक की शास्त्रों में स्नान को चार भागों में बांटा गया है, साथ ही उनका नाम भी रखा गया है। जैसे-
मुनि स्नान –
सुबह 4:00 से 5:00 बजे के समय को ब्रह्म मुहूर्त कहा जाता है। इस वक्त पर बहुत सारे लोग सुबह उठते हैं और स्नान ध्यान भी करते हैं। ऐसे लोगों द्वारा किए गए सामान को मुनि स्नान कहते है।
शास्त्रों में मुनि स्नान को सबसे शुभ माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि जो व्यक्ति प्रतिदिन मुनि स्नान करता है, उसके घर में हमेशा शांति बनी रहती है, साथ ही वह व्यक्ति शारीरिक रूप से स्वस्थ रहता है और मन भी उसका शांत रहता है।
देव स्नान –
ऐसा कहा जाता है कि सुबह 5-6 बजे के बीच जो व्यक्ति उठकर स्नान करते हैं। उनके द्वारा किए गए स्नान को देव स्नान कहा जाता है। साथ ही ऐसे व्यक्ति को अपने जीवन में प्रसिद्धि, सुख और शांति की भी प्राप्ति होती है।
मानव स्नान की बात यदि करें तो सुबह 6 से 8 बजे के बीच किया गया स्नान ही मानव स्नान माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि मानव स्नान करने से व्यक्ति को अपने सभी कार्यों में सफलता मिलती है, इससे उसके सभी कार्य सफल भी होते हैं।
राक्षस स्नान –
ऐसा कहा जाता है कि जो व्यक्ति सुबह 8 बजे के बाद स्नान करता है उसे राक्षस स्नान कहा जाता है। शास्त्रों में रक्षा स्नान को सबसे हीन माना गया है और मनुष्य को इससे बचना चाहिए।
हमारे द्वारा बताए गए इन 4 कैटेगरी के अंतर्गत जो व्यक्ति स्नान करते हैं। उनको शास्त्रों के अनुसार अलग-अलग नाम दिया गया है। हर व्यक्ति को कोशिश करना चाहिए सुबह 8:00 बजे के अंदर स्नान करने का। यदि वह सुबह 8:00 बजे के अंदर स्नान करने में असफल होते हैं। तो उनके विषय में श्री कृष्ण भगवान ने बहुत कुछ कहा है।
आइए जानते हैं कि आखिर क्या कहा है श्री कृष्ण भगवान ने उन लोगों के लिए जो सुबह तो उठ जाते हैं। लेकिन अपने दिन की शुरुआत बिना नहाएं धोए करते हैं। आखिर क्या होता है ऐसे लोगों के साथ जो अपने दिन की शुरुआत बेड टी से करते हैं।
सुबह 8:00 बजे उठने वालों के लिए गरुड़ पुराण में कही गई श्री कृष्ण भगवान की बातें-
श्री कृष्ण भगवान कहते हैं कि संसार के सभी मनुष्यों को सुबह में जल्दी उठकर स्नान ध्यान करना चाहिए। मनुष्य का शरीर सिर्फ खा पीकर बड़ा होने के लिए नहीं बनाया गया है। बल्कि उस शरीर को ईश्वर के काम पर लगाने के लिए भी बनाया गया है। जब शरीर को ईश्वर ने दिया है। तो शरीर को ठीक से रखने का कर्तव्य भी मनुष्य का होना चाहिए।
जो लोग सुबह उठकर स्नान ध्यान ना करके अपना समय नष्ट करते हैं। ऐसे लोगों के लिए श्री कृष्ण भगवान कहते हैं कि ऐसे लोग मनुष्य जीवन के नाम पर कलंक है। जो सुबह उठ तो जाते हैं। लेकिन जल्दी नहाते नहीं है और अपना दिन बर्बाद करते हैं। ऐसे लोगों को अगली जिंदगी कीड़े-मकौड़े वाले प्राप्त होते है।
व्यक्ति भिन्न तरीके के रोगों से ग्रसित होता है
श्री कृष्ण भगवान कहते हैं कि यदि कोई व्यक्ति कभी-कभी स्नान करने के समय में परिवर्तन करता है। तो वह बात अलग है लेकिन रोजाना यदि कोई व्यक्ति नियम अनुसार स्नान नहीं करता है। तो ऐसे व्यक्ति बहुत ज्यादा बीमार पढ़ते हैं क्योंकि जो शास्त्रों को नहीं मानता।
उसका शरीर शास्त्र का दुश्मन बन जाता है और उसे कई तरीके के रोगों से ग्रसित कर देता है। शरीर के अंदर भिन्न तरीके के रोग उत्पन्न होने लगते हैं। इसलिए हर व्यक्ति को कोशिश करना चाहिए कि सुबह जल्दी उठकर जल्दी से नहा धोकर फ्री हो जाएं।
उसके बाद वह अपने जीवन के दिनचर्या को फॉलो करें और अपने जीवन में आगे बढ़े। लेकिन जो व्यक्ति नियमित रूप से स्नान नहीं करते हैं। शास्त्रों का पालन नहीं करते हैं। उन्हें शारीरिक तथा मानसिक तनाव एवं कई सारी बीमारियां भी हो सकती है। इस बात का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।और इसी के साथ सुबह जल्दी उठनेवाले स्वास्थ्य की दृष्टि से अच्छे होते है, शारीरिक, मानसिक और आर्थिक दृष्टि से अच्छे होते है।