जिनके भी घर में भगवान के लिए अलग घर होता है। जिसे आम भाषा में पूजा घर बसा जाता है। वहां भगवान के भक्त बड़े उत्साह के साथ भगवान की मूर्ति को पूजा घर में स्थापित करते हैं। वे हर संभव प्रयास करते हैं ताकि वे अपने परमेश्वर को प्रसन्न कर सकें।
भगवान का ध्यान रखने की चक्कर में कई बार भक्त छोटी लेकिन बहुत जरूरी बातों का ध्यान रखना ही भूल जाते हैं। वास्तु शास्त्र और पंडितों के मान्यताओं के अनुसार कई ऐसी सामग्री या चीजें हैं जिन्हें घर में रखना खासकर पूजा घर में रखना सही नहीं माना जाता है।
ऐसी चीजों को मंदिर या पूजा घर से दूर रखने की हमेशा सलाह दी जाती है। कहा जाता है कि इससे पूजा करने का कोई फल नहीं मिलता है। पूजा घर में नहीं रखनी चाहिए 11 चीजों को जैसे-
पार्वती और गणेश की तस्वीर ज्यादा ना लगाएं
माता गौरी और पुत्र पार्वती के साथ के तस्वीर को तीन से अधिक पूजा घर में ना रखें। ऐसा माना जाता है कि गौरी गणेश की तीन मूर्तियों को पूजा घर में नहीं रखना चाहिए। कहा जाता है कि तीन मूर्तियां रखने से घर में अशांति का माहौल रहता है। ऐसा भी कहा जाता है कि घर में हमेशा भगवान गणेश की एक या दो मूर्तियां रखनी चाहिए।
एक से ज्यादा शंख ना रखें
घर के मंदिर में शंख रखना अच्छा माना जाता है, लेकिन केवल एक शंख रखना ज्यादा शुभ माना जाता है। ध्यान रखे कि घर के मंदिर में कभी भी एक से अधिक शंख ना रखें। कहते हैं अगर आपके घर के मंदिर में एक से अधिक शंख हों तो एक को ही रखें, बाकी को किसी पवित्र नदी में बहा दें या मंदिर में दान कर दें।
बड़ी मूर्ति की पूजा करने से बचे
अक्सर लोग घर के मंदिर में अपने प्रिय देवता की मूर्ति की स्थापना विधि-विधान से करते हैं। यह ज्ञात होना चाहिए कि घर के मंदिर में मूर्तियों की पूजा नहीं की जाती है, इसलिए ध्यान रखें कि घर के मंदिर में कभी भी बड़ी मूर्ति नहीं रखनी चाहिए। आप छोटी तस्वीर या मूर्ति रख सकते हैं। लेकिन १ फुट से अधिक कद वाले भगवान की मूर्ति को ना रखें।
शिवलिंग ज्यादा बड़ा ना रखें
बहुत से लोग भगवान भोलेनाथ के परम भक्त होते हैं। वे घर के मंदिर में शिवलिंग की पूजा कर भोलेनाथ को प्रसन्न करने में लीन हो जाते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि घर के मंदिर में रखा शिवलिंग कभी भी अंगूठे के आकार से बड़ा नहीं होना चाहिए। ज्यादा बड़ा शिवलिंग घर की शांति को भंग कर देता है।
टूटे-फूटे मूर्तियों का बहिष्कार कीजिए
ऐसा कहा जाता है कि घर के मंदिर में कभी भी टूटी हुई मूर्तियों को नहीं रखना चाहिए। यहां तक की उनकी पूजा भी नहीं करनी चाहिए। कहते हैं ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा फैलती है, जिससे घर में अशांति का माहौल रहता है।
दिया में घी अच्छे से डालकर आरती करें
ऐसा माना जाता है कि आरती के समय दीपक में कम से कम इतना घी अवश्य डालना चाहिए। जो आरती के पूरा होने तक जलेगा। कभी-कभी घी कम होने के कारण बीच आरती में ही दीपक बुझ सकता है। जिसे अशुभ माना जाता है। कहा जाता है कि ऐसा होने पर पूजा अधूरी मानी जाती है।
पूजा घर में हमेशा ताजे फूल भगवान को अर्पित करें। इसके अलावा जमीन पर गिरे फूल कभी भी भगवान को नहीं चढ़ाने चाहिए।
ऐसा माना जाता है कि तुलसी के पत्ते 11 दिनों तक बासी नहीं होते हैं, इसलिए तुलसी के पत्तों पर पानी छिड़क कर उन्हें भगवान को अर्पित किया जा सकता है।
निष्कर्ष
पूजा घर को आप अपनी मर्जी से जितना चाहे उतना डेकोरेट कर सकते हैं। लेकिन पूजा घर में भगवान कितने होंगे वह आप स्वयं निश्चित नहीं कर सकते हैं।
जितनी कम मूर्ति उतना बड़ा प्रमोशन। दिशा का ध्यान रखकर ही आगे बढ़े।