पूजा घर के लिए वास्तु टिप्स vastu shastra pooja ghar आजकल वास्तु का प्रचलन हर जगह बढ़ रहा है।
लोग अपने घर को वास्तु के मुताबिक बनाते हैं ताकि उनके घर में सुख शांति आ सके। जिनके घर का वास्तु ठीक नहीं होता। वे लोग भी अपने घर के वास्तु को ठीक रखने के लिए कुछ उपाय अपनाते हैं। जिससे उनके घर में भी शांति रहे।
- घरवालों की बातों के कारण परेशान हु naukri kare ya business
- प्रधानमंत्री रोजगार योजना 2021 Pradhan Mantri Rozgar Yojana
गाड़ी को चलाने के लिए पेट्रोल चाहिए।
साइकिल को चलाने के लिए उसमें हवा भरा होना चाहिए।
बारिश में बाहर जाने के लिए छाते का प्रयोग करना चाहिए।
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए दाना पानी जरूरी होता है।
ठीक वैसे ही घर में शांति हो, इसलिए घर के वास्तु का ठीक होना बहुत जरूरी है।
घर के साथ-साथ यदि घर में पूजा रूम भी हो।
तो उस रूम के लिए भी वास्तु का सही होना जरूरी है।
क्यों? जब हम टिप्स बताएंगे तो आप खुद समझ जाइएगा।
पूजा घर कहां स्थापित होना चाहिए?
जिस कमरे में आप सोते हैं। उस कमरे में भूल से भी पूजा घर की स्थापना ना करें।
सीढ़ियों के नीचे, बाथरूम के पास या बेसमेंट में कभी भी पूजा घर नहीं बनाना चाहिए।
इन सब जगह में पूजा स्थल होने से आपकी पूजा का आपको अशुभ फल मिलता है।
त्रि मूर्तियों का त्याग करें
दोस्तों ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है कि जिस घर में 3 से अधिक मूर्तियां पूजा घर में होती है।
उस घर में क्लेश ज्यादा उत्पन्न होता है। यदि आपके पूजा घर में कोई भी भगवान की मूर्ति या चित्र 2 से अधिक है।
उन मूर्तियों को शीघ्र ही अपने पूजा घर से हटा दें। इसका प्रभाव आपके घर में पड़ेगा।
घर में लड़ाई झगड़े होते रहेंगे। vastu shastra pooja ghar
पूजा घर के लिए कौन सा दिशा सही है?
वास्तु शास्त्र के अनुसार कहा जाता है कि यदि आप घर में पूजा घर बनाना ही चाहते हैं।
तो उस घर को हमेशा उसके सही दिशा में बनाएं।
पूजा घर का सही स्थान ईशान कोण या फिर उत्तर पूर्व कोण को माना जाता है।
इन दोनों कोण के अतिरिक्त अन्य कोई भी कोण पूजा घर के लिए उपयुक्त नहीं है।
किस ओर मुख करके पूजा करना चाहिए?
यदि आपको मुंबई जाना है तो आप कैसे जाएंगे?
ज़ाहिर सी बात है कि मुंबई जाने वाला कोई प्लेन या ट्रेन ही पकड़ेंगे।
कभी-कभी व्यक्ति को जिस राह में चलना होता है।
वह उस राह से भटक जाता है। इस कारण उसे गलत मंजिल प्राप्त होता है।
हर व्यक्ति ईश्वर की पूजा किसी न किसी कारण से करता है।
यदि आप चाहते हैं कि आपके पास पैसा ही पैसा हो।
हमेशा उत्तर दिशा की ओर मुख करके ही पूजा पाठ करने का नियम होता है।
वहीं अगर आप ज्ञान चाहते हैं, ज्ञान की दिशा पूर्व दिशा है।
इसलिए पूर्व की ओर पूजा करें। vastu shastra pooja ghar
यह सभी बातें जितनी जरूरी है। इसके अतिरिक्त भी कुछ बातें हैं जो जरूरी है।
घर के अंदर नहीं घर के आंगन में शिवलिंग को स्थापित करें और रोजाना पंडित से पूजा करवाएं।
यदि आप पूजा घर में शिवलिंग रखते हैं। तो वह आपके अंगूठे से भी छोटी होनी चाहिए। हमेशा अपने पूजा घर में पूजा के बाद शंख बजाएं। ताकि आपके घर का वातावरण शुद्ध रहे। सुबह शाम पूजा घर में घी का दीपक या तेल का दीपक जलाएं। साथ ही धूप अगरबत्ती से भगवान की पूजा आराधना अच्छे से करें।