मै शादी करने जा रही हु। मगर प्रेमी की मां मुझे बहु के रूप में स्वीकार नहीं करती sans ko kaise manaye
शादी अभी तक हुई नहीं, पर इस बात से उनके परिवार में झगड़े हो रहे है। क्या करूँ?
अगर मै शादी करू तो झगड़े और ज्यादा बढ़ जाएंगे। और अगर शादी नहीं करती हु, तो जिंदगीभर एक
अनजान आदमी से शादी करने के गम में जीना पड़ेगा। प्लीज सलाह दीजिए, की क्या करू ?
हमारा जवाब- प्रेमी की मां मुझे बहु के रूप में स्वीकार नहीं करती sans ko kaise manaye
हर बेटे की मां अपने बेटे की शादी अपने किसी दोस्त की बेटी के साथ करवाने का सपना देखती है।
लेकिन वह मां यह भूल जाती है कि शादी उम्र भर का रिश्ता होता है।
शादी भावुकता में बहकर नहीं बल्कि दिल से निभाना चाहिए।
हर 10 में से 8 सांस ऐसे ही होती है। जो अपने बेटे की पसंद को स्वीकार नहीं करती हैं।
आपके साथ भी ऐसा ही हो रहा है। आपकी सांस हो सकता है,
कि किसी और को अपने बेटे के लिए पसंद करके रखी हो।
पूरे घर की पसंद आप हो लेकिन आपकी सांस की पसंद कोई और हो ऐसाभी
हो सकता है। इसलिए आपके प्रेमी के घर में झगड़े हो रहे हैं।
ये देखा क्या ? पति-पत्नी सारा दोष एक दूसरे पर क्यों डालते है?
ऐसी परिस्थिति से हम आप को पूर्ण रूप से बाहर निकालने का प्रयास करेंगे।
आप नीचे दिए गए सुझाव को अपना सकती है।
सांस का मन जीतिए
हर इंसान में कोई ना कोई गुण एवं अवगुण होता ही है। आप में भी कुछ गुण होंगे और कुछ अवगुण होंगे।
आप अपने के गुण द्वारा अपनी सांस का मन जीतने का प्रयास कीजिए।
उनके पसंद नापसंद का ख्याल रख कर। उनसे अच्छी-अच्छी बातें कीजिए।
उन्हें और करीब से जानने का प्रयास कीजिए। sans ko kaise manaye
जो लोग ऊपर से सख्त होते है। उनका मन अंदर से बहुत नरम होता है।
हो सकता है आपकी सांस का मन भी नरम प्रकृति का हो।
बस वो आपके समक्ष कठोरता पेश आ रही है।
अपनी अच्छाई से अपने सास का मन जीतिए। ताकि वह आपको बहू के रूप में स्वीकार कर लें।
खुद को साबित कीजिए कि आप ही परफेक्ट बहू हैं
सांस बहू के किस्से आज से नहीं युगों-युगों से चला आ रहा हैं।
दुनिया में 10 में से केवल एक ही सांस ऐसी होती हैं। जो अपनी बहू को बहुत प्यार करती हैं।
बाकी नौ सांस हमेशा अपने बहु से लड़ाई करती है।
लेकिन आपको भी अपनी सांस को दिखाना होगा कि आप किसी से कम नहीं है।
आपको उनके सामने खुद को बेहतर साबित करना ही होगा।
ताकि वह आपके अंदर छुपी खूबी को पहचान सके और आपको दिल से अपना लें।
प्रेमी के घर में कहिए कि झगड़ा ना करें
आपको बहू के रूप में आपकी सांस स्वीकार नहीं कर रही है।
इसलिए आपके ससुराल में झगड़े हो रहे हैं। झगड़े आपके सांस के साथ सभी लोग कर रहे हैं।
जिसे आप को बंद करवाना होगा। कारण आपकी सांस पहले से ही आपसे नाराज हैं।
वह आप को स्वीकार नहीं कर रही हैं। sans ko kaise manaye
आप ही को लेकर यदि उनसे कोई झगड़ा करेगा तो उनके अंदर आप को लेकर जो गुस्सा है।
वह और भी ज्यादा बढ़ जाएगा। जो किसी के लिए भी सही नहीं है।
इस तरह से झगड़ा करके आपकी सांस का मन पिघलेगा नहीं।
बल्कि उस मन में और भी जहर भर जाएगा।
सही वक्त का इंतजार कीजिए
वक्त के साथ धीरे-धीरे सब कुछ बदल जाता है। इसलिए सही वक्त का इंतजार कीजिए।
1 दिन ऐसा वक्त आएगा जब आपकी सांस आपको सच्चे मन से अपना लेंगी।
देखिए हम इंसान केवल कोशिश ही कर सकते हैं। बाकी सब तो भगवान करते हैं।
इसलिए ईश्वर पर भरोसा रखिए।
सही वक्त का इंतजार कीजिए।
एक दिन सब कुछ आपकी जिंदगी में ठीक हो जाएगा। sans ko kaise manaye