16.1 C
Delhi
Tuesday, December 9, 2025
Home Blog Page 10

पति-पत्नी सारा दोष एक दूसरे पर क्यों डालते है?

इस लेख में आप जान सकोगे की पति-पत्नी सारा दोष एक दूसरे पर क्यों डालते है?

आप किसी को सलाह भी दे सकते है। आपके हर विचार का स्वागत है। ये लेख पढे और

comment में अभिप्राय दें।

पति-पत्नी सारा दोष एक दूसरे पर क्यों डालते है?


अक्सर शादीशुदा लोग ऐसा करते है। झगड़ा करते-करते एक दूसरे के ऊपर सारे आरोप लगाते है।

एक सर्वे के अनुसार पता चला है कि पति-पत्नी झगड़ा करते वक्त एक दूसरे पर दोष इसलिए डालते हैं क्योंकि उन्हें आरोप लगाने में मजा आता है।

इसके अतिरिक्त यह भी कहा जाता है कि यदि पति-पत्नी झगड़ा के वक्त एक दूसरे पर दोष ना दें।

तो इसका अर्थ यह है कि उन दोनों में प्यार नहीं है।

क्या आप भी झगड़ा करते हैं और झगड़े के दौरान अपने पति या पत्नी के ऊपर आरोप लगाते हैं।

आज का हमारा ब्लॉग इसी टॉपिक पर है कि पति-पत्नी झगड़ा करते वक्त एक दूसरे पर आरोप क्यों लगाते हैं।

इसके कारण कुछ इस प्रकार है:-

कारण नंबर-1 खाली समय में बैठकर ज्यादा बुद्धि लगाना


पति-पत्नी सबसे ज्यादा झगड़ा तब करते हैं।

जब उनके पास ढेर सारा खाली समय होता है। 

खाली समय में उनके पास काम करने के लिए कुछ नहीं होता है।

एक कहावत है बंगला में “नई काज तो खोई भाज”।

इस कहावत का अर्थ है कि जिनके पास कोई काम नहीं होता है वही बेकार की बातें करता है।

बहुत सारे पति-पत्नी जब खाली समय से उब जाते हैं तो वे एक दूसरे से झगड़ा करने लग जाते हैं।

झगड़ा के दौरान एक दूसरे पर वे बेकार के आरोप लगाते हैं।

ऐसा करके उन्हें मजा आता है।

कारण-2 पैसा गिनती में कम होने पर


कुछ पत्नियां ऐसी होती हैं जो अपने पति के पॉकेट से पैसे चुराती हैं।

ऐसे पतियों के पति को होश नहीं रहता है कि उनके पॉकेट से पैसा कैसे गायब हो गया।

वही कुछ पति ऐसे भी होते हैं। जो अपने पॉकेट से पैसे गायब होने पर अपने बीवी पर आरोप लगाते हैं।

जबकि ऐसी परिस्थिति में ऐसा होता है की पत्नियां पैसे नहीं लेती हैं और पति बेकार के आरोप लगाते हैं।

लेकिन बाद में पैसा कहीं गिरा पड़ा हुआ मिलता है।

तब दोनों में जमकर झगड़ा होता है कि तुमने मुझ पर आरोप कैसे लगाया।

जवाब में पति कहता है कि मुझे क्या पता आमतौर पर  पत्नी पॉकेट मारती हैं।

पति के द्वारा ऐसी बातें सुनकर वह पत्नी ज्यादा गुस्सा होती है। जो सच में पॉकेट नहीं मारती हैं। 

कारण-3 ऑफिस का गुस्सा घर पर उतारना


अक्सर पति पत्नी अपने ऑफिस के गुस्से को घर पर आकर एक दूसरे पर उतार देते हैं।

झगड़े के लिए किसी टॉपिक की जरूरत नहीं होती है।

बस मूड खराब है तो बेकार-बेकार एक दूसरे से लड़ाई करने लग जाते हैं।

फ्रस्ट्रेशन या प्रेशर पति पत्नी के झगड़े का कारण होता है।

इन्हीं सब के कारण वे दोनों एक-दूसरे पर आरोप लगाते हैं।

कारण-4 बाहरवाले की बात सुनकर झगड़ा करना


कई बार पति-पत्नी किसी और के बहकावे में आकर एक दूसरे से लड़ पड़ते हैं।

केवल लड़ते ही नहीं है। एक दूसरे पर आरोप भी लगाते हैं।

पति पत्नी के बीच कभी- कभी कोई तीसरा भी जिम्मेदार हो जाता है झगड़े का कारण बन जाता है।

हर पति-पत्नी में झगड़ा होता है। लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि वह एक दूसरे से प्यार नहीं करते।

यदि आप भी अपनी पत्नी या अपने पति से बहुत झगड़ा करते हैं।

तो इसका अर्थ यह है कि आप दोनों एक-दूसरे से बेहद प्यार करते हैं।

पीएम स्वनिधि योजना (PM Svanidhi Yojana)

पीएम स्वनिधि योजना (PM Svanidhi Yojana

जबसे करुणा महामारी आया है एवं देश में लॉकडाउन जैसी स्थिति उत्पन्न हुई है।तब से भारत देश में उन लोगों का बहुत नुकसान हुआ है। जो गली मोहल्ले जाकर चीजें बेचा करते थे। जैसे- फल वाले,श्रृंगार का सामान बेचने वाले, चूड़ी बेचने वाले, आइसक्रीम बेचने वाले जूस बेचने वाले आदि। लोगों को वेंडर के नाम से जाना जाता है। ऐसे लोगों को फिर से स्वरोजगार के योग्य बनाने हेतु केंद्र सरकार की ओर से आर्थिक रूप से मदद प्रदान किया जाएगा। इसलिए केंद्र सरकार की ओर से स्वनिधि योजना का शुभारंभ किया गया है।

पीएम स्वनिधि योजना का उद्देश्य

स्ट्रीट वेंडर जिन्होंने लॉकडाउन के कारण रोजगार को गंवाया है एवं फिर से अपने रोजगार को स्थापित करना चाहते हैं। लेकिन उनके पास पूंजी नहीं है। तो केंद्र सरकार से वह ऋण के रूप में मदद ले सकते हैं।

केंद्र सरकार स्ट्रीट वेंडर को आर्थिक रूप से मदद प्रदान करने हेतु 10000 रुपए तक ऋण दे सकती हैं।

पीएम स्वनिधि योजना (PM Svanidhi Yojana) का लाभ

  1. लॉकडाउन में जिन भी लोगों ने अपनी नौकरी को खोया था उनके मन में स्वनिधि योजना के कारण एक नई उमंग जागेगी।
  2. लोन लेने वाले व्यक्ति यदि समय से पहले सरकार का लोन चुका देते है तो सरकार की ओर से 7% वार्षिक ब्याज आवेदक के बैंक खाते में ट्रांसफर किया जाएगा।
  3. लोगों को डिजिटल पेमेंट का व्यवहार करने हेतु केंद्र सरकार की ओर से प्रेरित किया जाएगा।
  4. देश के आर्थिक व्यवस्था में भी सुधार आएगा।
  5. केंद्र सरकार की ओर से भारत देश के वेंडर को फिर से व्यापार स्थापित करने के लिए ज्यादा से ज्यादा ₹10000 और कम से कम ₹2000 खुद का व्यापार फिर से स्थापित करने के लिए दिया जाएगा।
  6. केंद्र सरकार की ओर से स्वनिधि योजना का लाभ सभी राज्य के वेंडर को मिलेगा।

योजना का लाभ कौन-कौन व्यक्ति उठा पाएंगे?

  • मोची
  • नाई
  • टेलर
  • धोबी
  • दूधवाला
  • फल वाला
  • सब्जी वाला
  • चायवाला
  • कपड़े बेचने वाला जिन्हें फेरीवाला कहते हैं
  • घर घर जाकर सामान बेचने वाले सभी व्यापारी स्वनिधि योजना का लाभ उठा पाएंगे।

लोन देने के लिए कौन-कौन से बैंक केंद्र सरकार की मदद कर रहे हैं?

  • छोटे फाइनेंस बैंक
  • सहकारी बैंक
  • नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनियां
  • अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक
  • क्षेत्रिय बैंक आदि।

वेंडर लोगों को स्वनिधि योजना का लाभ उठाने के लिए किन-किन दस्तावेजों को जमा करना होगा?

वेंडर स्थायी रूप से भारत देश के निवासी होने चाहिए।

वेंडर के पास पैन कार्ड एवं आधार कार्ड होना चाहिए।

आवेदक का खुद का बैंक अकाउंट होना चाहिए।

आवेदक का मोबाइल नंबर।

पासपोर्ट साइज का कलर फोटो

पीएम स्वनिधि योजना (PM Svanidhi Yojana) की आवेदन प्रक्रिया

वेंडर लोगों को आवेदन करने के लिए https://pmsvanidhi.mohua.gov.in/ निम्नलिखित वेबसाइट पर जाना पड़ेगा।

वेबसाइट पर जानते ही आपको प्लानिंग टू अप्लाई फॉर लोन का ऑप्शन दिखाई देगा। उसके बाद आपको व्यू मोर का ऑप्शन चुनना है।

वहां से आपको एक फॉर्म डाउनलोड करना है।

फॉर्म को अच्छे से आपको भरना है। फिर सभी दस्तावेजों को अटैच करना है।

अटैच करने के बाद आपसे वेबसाइट में जिस स्थान पर फॉर्म को जमा करने के लिए कहा गया है आपको वहां जाकर फॉर्म को जमा करना है।

यदि आप फॉर्म का स्टेटस जाना चाहते तो आप को pmsvanidhi.mohua.gov.in पर जाकर स्टेटस देखना होगा।

पीएम मोदी हेल्थ आई कार्ड योजना

प्रधानमंत्री मोदी हेल्थ आई कार्ड 2021 क्या है?

हमारे देश में ही नहीं बल्कि संपूर्ण विश्व में कोरोना का संक्रमण जिस तेजी से फैल रहा है , इसके लिए लोगों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसमें बीमार व्यक्ति अपने इलाज के लिए एक शहर से दूसरे शहर में घूम घूम कर परेशान हो रहे हैं। सभी बीमार व्यक्तियो को सही समय पर उचित इलाज नहीं मिल पा रहा है , इससे उनको बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इन सब परेशानियों को देखते हुए हमारे प्रधानमंत्री जी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पीएम मोदी हेल्थ कार्ड योजना को शुरू किया। इस कार्ड के अंदर बीमार व्यक्ति की सभी जानकारी होगी उसको कहीं पर भी अपनी बीमारी की रिपोर्ट लेकर जाने की जरूरत नहीं होगी इस कार्ड के माध्यम से वह अपना इलाज आसानी से करवा सकता है।

क्या है उद्देश्य सरकार व हेल्थ आई कार्ड 2021 का?

हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी ने इसे हेल्थ आई कार्ड योजना को शुरू करने का जो मुख्य उद्देश्य था वह मरीजों की सभी जानकारी को डिजिटल रूप से इस कार्ड के अंदर सेव करके रखना था क्योंकि जब मरीज कहीं पर भी अपने इलाज के लिए जाता है तो इस कार्ड के द्वारा अपना जो भी डाटा है वह डॉक्टर के पास इस कार्ड के माध्यम से बता सकता है इस कार्ड में मरीज की सारी जानकारी आ जाती है जिससे उसको अपने आगे के इलाज में काफी मदद मिलती है और इलाज भी सही ढंग से हो पाता है इस कार्ड के माध्यम से मरीजों के साथ ही डॉक्टरों के समय की बहुत बचत होती है

किस प्रकार से आप पीएम मोदी हेल्थ आई कार्ड को बनवा सकते हैं?

पीएम मोदी हेल्थ कार्ड योजना के लिए आपको सबसे पहले भारत सरकार की नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन की वेबसाइट पर जाकर आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस योजना का लाभ देश का हर नागरिक प्राप्त कर सकता हैं। इसके लिए कुछ जरूरी कागजात की जरूरत होती है। सबसे पहले आपका भारत का नागरिक होना जरूरी होता है तथा आपके पास आधार कार्ड , बैंक अकाउंट , आपके मोबाइल नंबर ,और राशन कार्ड इन सभी कागजो की आपको इस कार्ड के लिए जरूरत पढ़ सकती है।

कैसे और कहां काम करता है हेल्थ आई कार्ड?

पीएम हेल्थ आई कार्ड के अंदर व्यक्ति का पूरा मेडिकल डाटा रखने के लिए अस्पताल ,क्लीनिक, डॉक्टर इन सबके पास सेंट्रल सरवर लिंक रहेंगे। अब अस्पताल और नागरिकों के लिए उनकी मर्जी पर तय होगा कि वह इस योजना से जुड़ना चाहते हैं या फिर नहीं। इस आई कार्ड में हर नागरिक की एक यूनिक आईडी होगी , उसी के आधार पर इनको लॉगइन करना होगा। इस कार्ड के अंदर मुख्य रूप से चार चीजों पर ध्यान दिया गया है – हेल्थ आईडी व्यक्ति का ,स्वास्थ्य रिकॉर्ड, देश के अच्छे डॉक्टर और स्वास्थ्य सुविधाओं का रजिस्ट्रेशन इन चार पर विशेष तौर से ध्यान दिया गया है।

“वन नेशन वन हेल्थ कार्ड” क्या है?

भारत सरकार की वन नेशन वन हेल्थ कार्ड योजना के द्वारा देश के हर व्यक्ति को एक हेल्थ कार्ड बनवाना होगा। इस कार्ड में बीमार व्यक्ति के ट्रीटमेंट और उसके टेस्ट की पूरी जानकारी डिजिटल रूप से सेव होंगे इसको रिकॉर्ड के रूप में रखा जाएगा इसका सबसे ज्यादा फायदा देश में किसी भी हॉस्पिटल में डॉक्टर के पास जाकर इलाज करवाने पर होगा, क्योंकि आपको अपनी बीमारी के जरूरी कागज और रिपोर्ट को कहीं भी साथ ले जाने की जरूरत नहीं होगी डॉक्टर कहीं भी बैठकर आपके इस कार्ड के द्वारा आपका पूरा मेडिकल रिकॉर्ड आसानी से देख सकते हैं। इस कार्ड को वन नेशन वन हेल्पर इसलिए कहा गया क्योंकि इस कार्ड के द्वारा व्यक्ति किसी भी राज्य के बड़े अस्पताल में अपना इलाज करवा सकता है, इसीलिए इसको वन नेशन वन हेल्थ कार्ड कहा।

प्रधानमंत्री कुसुम योजना

क्या है प्रधानमंत्री कुसुम योजना

हमारे देश में गरीब किसानों की सामाजिक और आर्थिक आजीविका को बढ़ाने के इस योजना के तहत देश के हर किसानों के लिए सोलर सिस्टम के द्वारा बिजली बनाकर उससे होने वाले कृषि के फायदे किसानों को आसानी से मिल सके इसके लिए इतने पैसे भी बहुत कम खर्च होते है।

इस योजना के द्वारा सरकार ने किसान खुद के लिए बिजली को बना सकें तथा उसके साथ में अधिक बिजली बनाकर उसको बेचने में समर्थ है इस योजना के माध्यम से सरकार का उद्देश्य केवल यही रहा है कि जो किसानों की बंजर भूमि है वहां पर 10,000 मेगा वाट के विकेंद्रीकृत ग्रेड से जुड़े हुए सोलर पैनल संयंत्रों की स्थापना करना है ।

कुसुम योजना के किसानों के फायदे

प्रधानमंत्री कौशल योजना से किसानों को होने वाले फायदे निम्नलिखित है : –

  1. प्रधानमंत्री कुसुम योजना की सहायता से किसानों को अपनी जमीन में सौर ऊर्जा संयंत्र लगाकर पंप की सहायता से किसान अपने खेतों की सिंचाई बहुत आराम से कर सकते हैं ।
  2. इस योजना में किसान जमीन पर बनने वाली बिजली से भी सौर ऊर्जा यंत्र के द्वारा देश के हर गांव में बिजली की आपूर्ति 24 घंटे सभी गांवों में संभव हो सकती है।
  3. इस योजना से किसान डीजल ,केरोसीन को ज्यादा उपयोग में नहीं लेंगे और इससे पैदा होने वाली ज्यादा बिजली को वह किसी अच्छी कंपनियों को भी बेच सकते हैं।
  4. इस योजना में किसान जो सौर ऊर्जा उत्पादन करने वाले यंत्र है उन्होंने ग्रिड को बेचने में वह लोग समर्थ होंगे इससे उनकी आमदनी भी बढ़ेगी।

कुसुम योजना का आवेदन किस तरह किया जाता है?

प्रधानमंत्री के द्वारा लागू की गई कुसुम योजना को राज्य सरकार के सभी विभागों के अंदर बांट दिया गया है। इसके लिए आप किसी भी राज्य सरकार की जारी की गई आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आप ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं ,या फिर इससे जुड़े हुए किसान हैं वो अपने राज्य विद्युत वितरण निगम विभाग की वेबसाइट पर भी रजिस्ट्रेशन करवाकर इस योजना का लाभ हमारे देश के हर किसान उठा सकते हैं।

इस योजना की खास बात क्या है

कुसुम योजना की सबसे बड़ी खास बात यह है कि इसमें जो सोलर पैनल सिस्टम है उसको एक बार लगवाने के बाद में 25 साल तक किसी अन्य विद्युत वितरण कंपनी को ज्यादा बिजली का उत्पादन कर दे सकते हैं इसके अलावा जो केंद्र सरकार और राज्य सरकार की तरफ से अनुदान राशि दी जाती है उसमें किसानों को बैंक से 30% का कर्ज देने का प्रावधान है।

 इस योजना के द्वारा सरकार की तैयारी किसानों के लिए

इस योजना के लिए सरकार के द्वारा 2022 तक हमारे देश में तीन करोड़ सिंचाई के पंप के द्वारा बिजली बनाई जाएगी इसके लिए डीजल की जगह पंपों को सौर ऊर्जा के द्वारा चलाने की पूरी कोशिश की जा रही है सरकार के द्वारा कुसुम योजना पर एक बजट निर्धारित किया गया है।लगभग 1.40 लाख करोड रुपए की लागत इस योजना के अंतर्गत लग जाएगी।

किसानों को बिजली की बहुत बड़ी बचत

हमारी सरकार का यह मानना है कि अगर देश के सभी सिंचाई के पंप में सौर ऊर्जा का इस्तेमाल होने लग जाएगा तो ना केवल इससे बिजली की बचत होगी बल्कि 28000 मेगा वाट कि और अधिक बिजली का उत्पादन संभव होगा।

इप्रधानमंत्री कुसुम योजना का लक्ष्य क्या है

प्रधानमंत्री कुसुम योजना के अंतर्गत पहले ही केंद्र सरकार ने इस योजना के पहले चरण में देशभर के सभी गांव में 27 पॉइंट 5 लाख सोलर पंप सिस्टम को मुफ्त में किसानों को दिया है।

इस योजना के द्वारा हमारे देश के सभी किसानों को जिन बिजली की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है उसके लिए वह सोलर ऊर्जा सिस्टम लगाकर बिजली का उत्पादन कर सकते है। इसके अलावा किसानों को आत्मनिर्भर बनाने का उद्देश्य सरकार का रहा है।

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना

भारत देश के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी द्वारा 1 मई 2016 को प्रधानमंत्री उज्ज्वला

योजना की घोषणा की गई थी। समाज कल्याण से यह योजना जुड़ा हुआ है। इस योजना के

लिए केंद्र सरकार की ओर से नारा भी बनाया गया था, जिसका नाम था स्वच्छ ईंधन बेहतर

जीवन। उज्ज्वला योजना के माध्यम से केंद्र सरकार का लक्ष्य था कि वर्ष 2019

तक भारत देश के समस्त ग्रामीण क्षेत्रों के महिलाओं को एलपीजी सिलेंडर का कलेक्शन

मुफ्त में प्रदान किया जाए एवं उन्हें धुएं वाले चूल्हे से मुक्ति दिया जाएं।

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का लाभ


उज्ज्वला योजना का लाभ भारत देश के सभी बीपीएल कार्ड धारकों के परिवार

को मुफ्त में एलपीजी कनेक्शन दिया जाएगा।

भारत देश में रहने वाले उन सभी ग्रामीण महिलाओं को मुफ्त में एलपीजी सिलेंडर का

कनेक्शन मिलेगा। जो सदियों से मिट्टी का चूल्हा जलाकर खाना पकाती है।

धुंए वाले चूल्हे से महिलाओं को कई तरीके का बीमारी भी होता है। जिससे उनके जान

तक को भी खतरा होता है। इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला

योजना का शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री उज्जवल योजना के माध्यम से महिला सशक्तिकरण

को केंद्र सरकार की ओर से बढ़ावा दिया जाएगा। जीवाश्म ईंधन के स्थान पर स्वस्थ ईंधन

का प्रयोग होगा।

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का बजट


केंद्र सरकार की ओर से प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लिए वर्ष 2016 में 20000 करोड़ का

बजट तय किया गया था। केंद्र सरकार की ओर से बीपीएल परिवार के सदस्यों को 1600₹

एलपीजी गैस कनेक्शन के लिए दिए जाएंगे।

भारत सरकार के पेट्रोलियम एवं गैस मंत्रालय द्वारा इतना बड़ा कार्य पहली बार होने चला है।

इससे पहले कभी भी इस तरीके का योजना नहीं बनाया गया था। गरीब परिवार के लोग एलपीजी

सिलेंडर खरीद नहीं सकते हैं। इसलिए केंद्र सरकार ने उन्हें एलपीजी सिलेंडर कनेक्शन मुफ्त

में देने का निर्णय लिया है। ताकि वह भी अपना जीवन सुखमय तरीके से गुजार सके।

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लिये आवेदन हेतु योग्यता


  1. प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का लाभ भारत देश के बीपीएल कार्ड धारकों को मिलने वाला है।
  2. आवेदन करने वाले व्यक्ति की उम्र 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए एवं आवेदक महिला होनी चाहिए।
  3. केंद्र सरकार की ओर से एलपीजी गैस सिलेंडर के साथ-साथ सब्सिडी भी दिया जाएगा
  4. और सब्सिडी का पैसा महिलाओं के बैंक खाते में सीधा ट्रांसफर किया जाएगा।
  5. आवेदन करने वालई महिलाओं का अपना खुद का बैंक अकाउंट होना चाहिए। वह भी किसी केंद्रीय बैंक में।
  6. आवेदन करने वाले व्यक्ति के घर में पहले से ही एलपीजी कनेक्शन होने पर उन्हें प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का लाभ नहीं मिलेगा।

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का लाभ लेने के लिये दस्तावेज


  1. आधार कार्ड
  2. बैंक अकाउंट नंबर
  3. मोबाइल नंबर
  4. पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
  5. पंचायत प्रधान के अधिकृत बीपीएल राशन कार्ड आदि।

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की आवेदन प्रक्रिया


प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत आवेदन करने हेतु आवेदक को निम्नलिखित वेबसाइट

पर जाना पड़ेगा pmuy.gov.in

यह वेबसाइट प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का ऑफिशल वेबसाइट है।

वेबसाइट पर जाकर व्यक्ति आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर सकता है एवं रजिस्ट्रेशन कर

अपना नाम इस योजना के तहत नामांकित करवा सकता है।

वेबसाइट में आवेदन करने का फॉर्म मिल जाएगा जिससे ऑनलाइन ही भरकर सबमिट कर देना है।

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना लिस्ट में अपना नाम कैसे देखें?


प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजनाकी लिस्ट में यदि आप अपना नाम देखना चाहते हैं तो इसके

लिए आपको पेट्रोलियम मंत्रालय क ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना पड़ेगा जो है-

pmuy.gov.in। आपको वेबसाइट पर तीन गैस कंपनियों का नाम दिखेगा।

उन गैसों में से किसी एक गैस को चुनना है और आपको उज्जवल बेनिफिशियरी नाम के

ऑप्शन का चयन करना है।

अब आपको अपने राज्य और जिले का नाम चयन करना है।

अंत में सबमिट बटन आएगा जहां पर क्लिक करते ह आपको अपना नाम दिख जाएगा।

कौनसे देवी-देवताओं को कौन सा फूल चढ़ाए? Favourite flowers of god

Favourite flowers of god and goddess भगवान सिर्फ भाव के ही भूखे होते हैं, वे यह नहीं देखते कि उनके भक्त ने

उन्हें क्या अर्पित किया है? या किस प्रकार अर्पित किया है। पर इसके बावजूद भी भक्तों का हमेशा ही यही प्रयास

रहता है कि भगवान को हर तरह से प्रसन्न किया जाए।

देखा जाए तो किसी भी भगवान को कोई भी फूल चढ़ाया जा सकता है, पर धर्म ग्रंथों के अनुसार देवताओं को कुछ

फूल विशेष रूप से प्रिय होते हैं। यह माना जाता है कि देवी देवताओं को उनकी पसंद के फूल चढ़ाने से वे ज्यादा

प्रसन्न होते हैं। साधक की मनोकामना पूरी करते हैं।

क्या आपको पता है ? भगवान को फूल चढ़ाने का नियम bhagwan ko phul chadane ke niyam

भगवान शिवशंकर

शंकर जी को धतूरे के फूल, हरसिंगार, नागकेसर के सफेद फूल, कनेर, कुसुम, आक, कुश के फूल,

सूखे कमल गट्टे ज्यादा पसंद है। Favourite flowers of god and goddess

भगवती गौरी

शंकर भगवान को चढ़ाये जाने वाले सभी फूल मां भगवती को भी प्रिय हैं। इसके साथ ही बेला, फेद कमल,

पलाश, चंपा के फूल भी उन्हे पसंद हैं।

आक तथा मदार के फूल केवल दुर्गाजी पर ही चढ़ाना चाहिए, अन्य किसी देवी को नहीं।

दुर्गाजी पर दूब कभी भी न चढ़ाएं।

श्री गणेश

श्री गणेश जी को तुलसी छोड़कर हर प्रकार के फूल पसंद हैं।

दूब की फुनगी में 3 या 5 पत्त‍ियां हों, तो ज्यादा अच्छा रहता है। गणेशजी पर तुलसी कभी भी ना चढ़ाएं।

माता लक्ष्मी

मां लक्ष्मी जी को कमल का पुष्प बेहद पसंद हैं। माता लक्ष्मी कमल के आसन पर ही विराजित हैं।

विष्णु भगवान

विष्णु जी को कमल,  मौलसिरी, जूही, मालती, वासंती, चंपा, कदम्ब, केवड़ा, चमेली,

अशोक, वैजयंती के फूल विशेष प्रिय हैं।

हनुमान

हनुमानजी को लाल रंग का फूल चढ़ाना ज्यादा अच्छा रहता है। वैसे तो उन्हें कोई भी सुगंधित

फूल चढ़ाया जा सकता है।

भगवान श्रीकृष्ण

श्रीकृष्ण को कुमुद, वनमाला, करवरी, मालती, पलाश के फूल प्रिय हैं।

सूर्य नारायण

सूर्य नारायण की पूजा में लाल फूलों का इस्तेमाल अधिक किया जाता है। जैसे की गुलाब,

कनेर आदि। इसके अलावा अशोक के फूल, कमल, चंपा, पलाश, आक के फूल का भी इनकी

पूजा में उपयोग किया जाता हैं।

भगवान को फूल चढ़ाने का नियम bhagwan ko phul chadane ke niyam

भगवान को फूल चढ़ाने का नियम bhagwan ko phul chadane ke niyam

देवी देवताओं की पूजा में सबसे महत्वपूर्ण है भाव। कोई भी भगवान अपने

भक्त से कई तरह के प्रसाद या दान दक्षिणा नहीं चाहते, बल्कि वो तो अपने भक्तों से प्रेम भाव चाहते हैं।

पूजा करते वक्त देवताओं को फूल चढ़ाने के कई महत्व होते हैं। शास्त्रों में देवताओं को फूल चढ़ाने के

नियमों के बारे में हमें बताया है।

क्या आपको पता है? कौनसे देवी-देवताओं को कौन सा फूल चढ़ाए? Favourite flowers of god and goddess
पीपल की पूजा कैसे करते हैं? Pipal ki puja kaise kare

देवी देवताओं को फूल कैसे चढ़ाया जाता है?

देवताओं को फूल अति प्रिय होता है। जो कोई भक्त देवताओं को सच्चे भाव से फूल अर्पण करता है,

भगवान उसकी सभी मनोकामनाये पूरी करते हैं। भगवान को फूल कैसे चढ़ाना चाहिए इसके बारे में

हमारे शास्त्र में एक श्लोक हैं:

“पत्रं वा यदि वा पुष्पं फलं नेष्ठ अधोमुखं यथा उत्पनं तथा देयं बिल्व पत्र अधोमुखं”

इसका मतलब है कि पुष्प जिस प्रकार से खिलता है, उसी प्रकार से हमें भगवान के ऊपर अर्पण करना चाहिए।

बहुत सारे लोग भगवान के ऊपर फूल उल्टा अर्पित कर देते हैं, ऐसा करना शास्त्रों में वर्जित है।

फूल खिलते समय मुख ऊपर की ओर होता है, अतः हमे चढ़ाते समय भी इनका मुख ऊपर की ओर रखना चाहिए।

भगवान को फूल चढ़ाने का नियम

  • शास्त्रों के मुताबिक सिर्फ बिल्व पत्र को  ही उल्टा करके चढ़ाना चाहिए, इसके नरम भाग को देवताओं के ऊपर चढ़ाना चाहिए।
  • मुरझाए हुए फूल कभी भी देवी देवताओं को नहीं चढ़ाने चाहिए। मुरझाए हुए या बासी फूलों में सुगंध नहीं होती है,
  • इसलिए भगवान को नहीं चढ़ाना चाहिए। परंतु तुलसी दल, गंगाजल तथा किसी तीर्थों का जल कभी भी बासी नहीं होता।
  • एक फूल है, जिसे आप बासी भी चढ़ा सकते हैं। दौना। दौना तुलसी की तरह ही एक पौधा है, यह भगवान विष्णु को बहुतही
  • प्रिय है, दौना की माला को सूख जाने पर भी भगवान विष्णु इसे स्वीकार कर लेते हैं।
  • फूल चढ़ाने के लिए अपने हाथों की तीन उंगलियां मध्यमा, अनामिका और अंगूठे का इस्तेमाल करना चाहिए।
  • इन तीन उंगलियों के अलावा बची दो उंगलियों से फूल को स्पर्श नहीं करना चाहिए।
  • अक्सर फूलों में कई प्रकार के कीड़े लगे होते हैं, लोग इसे सीधे ही कीड़े लगे हुए फूलों को तोड़कर भगवान को चढ़ा देते हैं,
  • पर हमें ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। कीड़े लगे हुए फूलों को तोड़कर कुछ देर अलग रख देना चाहिए, ताकि
  • उसके कीड़े निकल जाएं बाद मे उन्हे देवताओं को अर्पण करना चाहिए। bhagwan ko phul chadane ke niyam

पूजा का फूल कब तोड़ना चाहिए?

शास्त्रों के मुताबिक अगर आप प्रातः काल स्नान आदि कर लेते हैं तो आप फूल तोड़ सकते हैं, पर अगर

आप ‘मध्याह्न-स्नान’ करते हैं, तो आप को स्नान करने के बाद फूल नहीं तोड़ना चाहिए।

जो कोई भी व्यक्ति ‘मध्याह्न-स्नान’ करके फूल तोड़ता है, उस फूल को देवी देवताए स्वीकार नहीं करते। स्नान

के बाद हमें तुलसी, बिल्वपत्र तोड़ने चाहिए।

भगवान को फूल तोड़ने का मंत्र

“मा नु शोकं कुरुष्व त्वं स्थानत्यागं च मा कुरु। देवतापूजनार्थाय प्रार्थयामि वनस्पते ॥”

इस मंत्र के उच्चारण के पश्चात पहला फूल तोड़ते वक्त ‘ॐ वरुणाय नमः’, दूसरा फूल तोड़ते वक्त

‘ॐ व्योमाय नमः’ और तीसरे फूल को तोड़ते वक्त ‘ॐ पृथिव्यै नमः’ का उच्चारण करे फिर इसके

बाद आप फूल तोड़ सकते हैं। भगवान को फूल चढ़ाने का नियम

फूल को उतारने के नियम

फूलों को एक पहर से अधिक देर देवताओं के ऊपर रहने के बाद उन्हें उतारा लिया जाता है।

फूल उतारने के लिए हमें तर्जनी और अंगूठे का इस्तेमाल करना चाहिए। फूल उतारते वक्त

बची हुई 3 उंगलियों से फूल को स्पर्श ना होने दे।

महामृत्युंजय मंत्र क्या है? कैसे करे? फायदे, नियम पूरी जानकारी

mahamrityunjay jaap mantra info hindi भगवान शिव Lord Shiva को प्रसन्न करने के

लिए कई मंत्रों और स्तुतियों की रचना की गई है। पर इन सभी में महामृत्युंजय मंत्र का विशेष महत्व है।

ऐसा माना जाता है कि इस मंत्र में मरते हुए व्यक्ति को भी जीवनदान देने की शक्ति है।

mahamrityunjay jaap mantra info hindi महामृत्युंजय मंत्र पढ़ने से क्या होता है?

यदि सावन महीने में रोज इस मंत्र का विधि विधान से जाप कर जाए, तो किसी भी परेशानी का समाधान

हो सकता है। इस मंत्र से ग्रहों के अशुभ फल भी कम होते हैं।

महामृत्युंजय मंत्र की रचना कैसे हुई?

इस मंत्र के रचना के बारे संबंधित कथा हमारे धर्म ग्रंथों में हमे मिलती है। मार्कण्डेय ऋषि ने इस

मंत्र की रचना की थी। मुकण्ड नाम के एक ऋषि पौराणिक काल में हुआ करते थे, जो भगवान

शंकर के परम भक्त थे। भगवान शिवजी के वरदान से उन्हें पुत्र प्राप्त हुआ, तो उन्होंने उसका

नाम मार्कण्डेय रख दिया। पर जब ऋषि को ये इस बात का पता चला कि उनका पुत्र तो अल्पायु है,

तो उन्हें बड़ा ही दुख हुआ। मार्कण्डेय ऋषि को बड़ा होने पर इस बात का पता चला।

फिर उन्होंने शिवजी को प्रसन्न करने के लिए तपस्या करनी शुरू कर दी और महामृत्युंजय मंत्र की रचना

की। और जब उनकी मृत्यु का दिन आया तब उन्होंने शिवमंदिर में बैठकर महामृत्युंजय मंत्र का जाप

करना शुरु किया। जब यमराज मार्कण्डेय ऋषि के प्राण हरने आए, तो वे शिवलिंग से लिपट गए।

यमराज ने मार्कण्डेय ऋषि के प्राण हरने के लिए जैसे ही अपना पाश फेंका, वहांपर स्वयं भगवान

शंकर प्रकट हुए और शिवजी ने मार्कण्डेय ऋषि की को उनकी

भक्ति देखकर अमरता का वरदान दिया। mahamrityunjay jaap mantra info hindi

महामृत्युंजय मंत्र कौन सा है?

‘ ऊं हौं जूं सः ऊं भूर्भुवः स्वः ऊं त्र्यम्‍बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्

उर्वारुकमिव बन्‍धनान् मृत्‍योर्मुक्षीय मामृतात् ऊं स्वः भुवः भूः ऊं सः जूं हौं ऊं ’

महामृत्युंजय मंत्र जप कब और कैसे करना चाहिए?

शिवजी की मूर्ति या फिर चित्र के सामने बैठकर या महामृत्युंजय यंत्र के सामने ही बैठकर इस मंत्र का

जाप करना चाहिए। mahamrityunjay jaap mantra info hindi

महामृत्युंजय मंत्र का जाप उच्चारण ठीक तरीके से करना चाहिए। अगर आप स्वयं मंत्र न बोल

पाएं तो किसी योग्य पंडित से भी जाप करवाया जा सकता है।

जाप एक निश्चित संख्या में करना चाहिए। कक्त के साथ जाप की संख्या बढ़ाई भी जा सकती है।

जाप के दौरान पूरे समय धूप-दीप जलने चाहिए।

रुद्राक्ष माला पहनकर ही इस मंत्र का जाप करना चाहिए।

बिना किसी आसन पर बैठकर इस मंत्र जाप ना करें।

क्लासमेट ने प्रपोज किया है|उसकी गर्लफ्रेंड बनना चाहती हु क्या करू?

मेरा नाम प्रियंका है। क्लासमेट ने प्रपोज किया है|उसकी गर्लफ्रेंड बनना चाहती हु क्या करू?

मै घर और स्कूल में सबकी लाड़ली हु। मुझे मूवीज देखना और शॉपिंग करना बहुत ही ज्यादा पसंद है।

पापा आर्मी में है। माँ टीचर है। पिछले कुछ दिनों से मै दुविधा में हु। आपकी वेबसाइट देखि और

सोचा की आपको मेरी दिक्कत के बारे में पूछ ही लू। कृपया मुझे सलाह देकर मेरा कन्फ्यूजन दूर करें।

मै 12 वी कक्षा में पढ़ रही हु। मुझे क्लासमेट ने प्रपोज किया है। वह बहुत हँडसम है और मेरी सहेलीया

भी उसके साथ बात करने के लिये उत्सुक रहती है। मगर वह सिर्फ मुझसे ही प्यार करता है। मुझे

समझ में नहीं आ रहा की मुझे क्या करना चाहिये। मै भी यही चाहती हु। क्या मेरा फैसला सही है?

प्लीज सलाह दीजिये । क्या उसको हाँ बोल दु?

हमारा जवाब : क्लासमेट ने प्रपोज किया है|उसकी गर्लफ्रेंड बनना चाहती हु क्या करू?

आप 12वीं कक्षा में पढ़ाई करती हैं। इसका अर्थ है आपकी उम्र 15-16 के बीच होगी या ज्यादा से

ज्यादा 18 साल होगी। इस उम्र में यदि आपको कोई प्रपोज कर रहा है। तो आपको उस प्रपोजल

को बिल्कुल भी एक्सेप्ट नहीं करना चाहिए।आपकी उम्र पढ़ाई करने की है इसलिए अपने पढ़ाई पर ध्यान दे।

यदि आपका क्लासमेट मान जाए तो अच्छी बात है। नहीं तो आप क्या करेंगी। उसका उपाय हम आपको

बता रहे हैं।

अपने क्लासमेट को समझाइए

यदि आपका क्लासमेट आपको प्रपोज कर रहा है। तो इसका मतलब यह है कि वह भी 12वीं कक्षा

में आपके साथ ही पढ़ाई कर रहा है। आप दोनों की उम्र ही कच्ची है। इस उम्र में आप दोनों को

अपने पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए। यही बात आपको अपने क्लासमेट को समझाना है कि यह उम्र

पढ़ाई करने की है ना कि एक दूसरे को प्रपोज करने की। यदि आप एक दोस्त की तरह अपने

क्लासमेट को समझाएंगी। तो वह जरूर समझेगा आपकी बात को।

क्लासमेट से कहिए कि करियर पर ध्यान दें

आप बहुत छोटी हैं। यदि आप इस वक्त पढ़ाई पर ध्यान देने की बजाय प्रपोजल्स पर ध्यान देंगी।

तो आप जिंदगी में कुछ भी नहीं बन पाऐंगी।

जिंदगी में यदि सफल होना है तो अपने करियर पर ध्यान दीजिए। अपने भविष्य को सुधारिए।

यही बात आपको अपने क्लासमेट को भी समझाना है कि करियर पर ध्यान दो।

जिंदगी में सफल होना बहुत जरूरी है। प्रपोज तो बाद में भी किया जा सकता है।

यदि आपका क्लासमेट समझदार होगा। तो वह आपके इन बातों को जरूर समझेगा।

अपने क्लासमेट का माइंड डावर्ट कर दीजिए

जिसने आप को प्रपोज किया है। यदि वह सच्चे दिल से आपसे प्यार करता है। तो वह आपकी बात

को जरूर समझेगा। जब आपको ऐसा प्रतीत हो कि वह आपकी बात सुन रहा है। 

तो बस मौके का फायदा उठाइए और उसका माइंड डाइवर्ट कर दीजिए।

क्लासमेट को बोलिए कि चलो दोनों मिलकर अच्छे से पढ़ाई करते हैं। ताकि हम दोनों ही जिंदगी

में सफल हो सके। जब हम सेटल हो जाएंगे। तब तुम मुझे प्रपोज करना फिर मैं जवाब में हां कहूंगी।

इससे परिणाम यह होगा कि उसका माइंड डाइवर्ट हो जाएगा और वह पढ़ाई में ध्यान देने लगेगा।

यदि वह ना माने तो इग्नोर कीजिए

यदि आपका क्लासमेट आपके समझाने के बाद भी नहीं समझ रहा है। तो इसका अर्थ यह है

कि वह नासमझ है। यदि समझदार होता तो आपको कभी भी ऐसे प्रपोज नहीं करता।

इसलिए आपको अब उसे इग्नोर करना चाहिए। यदि आप इग्नोर नहीं करेंगी। 

तो वह आपके सर चढ़ जाएगा और आपको जब मन जहां मन परेशान करेगा।

इसलिए इग्नोर करना सीखिए। 

घर पर भी क्लासमेट की बात को बताइए

आप पर कोई खतरा ना मंडराएं। इसलिए आपके क्लासमेट ने आपको प्रपोज किया है।

यह बात अपने घर पर बताइए। इससे आप सुरक्षित रहेंगी।

यदि आपका क्लासमेट पागलपन में आपको क्षति पहुंचाने की कोशिश करेगा। तो वह भी नहीं बचेगा।

देखिए कच्ची उम्र में बच्चे अक्सर गलती कर जाते हैं। इसलिए हमारा उद्देश्य आपको समझाना है।

आप कभी भी गलत मार्ग पर ना जाएं इसलिए हमने आपको यह टिप्स दिया है। ताकि आप किसी

भी खतरे से बच सकें। इसके बाद आपकी किस्मत हैं कि वह आपको कहां पर ले जाती है।

लेकिन आप को अंत तक अपनी परेशानियों से लड़ना होगा। उनसे डटकर सामना करना होगा।


ये भी पढे:

2022 में रिलीज होनेवाली फिल्में

2022 में रिलीज होनेवाली फिल्में आज का हमारा ब्लॉग उन लोगों के लिए बहुत खास होने वाला है।

जो फिल्में देखना बहुत पसंद करते हैं एवं फिल्म से संबंधित सभी जानकारियों को हमेशा अपने पास

अपडेट करके रखना चाहते है।

हम आपको 2022 में रिलीज होने वाली फिल्मों के बारे में जानकारी देने वाले हैं। 

सबसे पहले हम आपको बॉलीवुड फिल्मों की जानकारी देंगे। उसके बाद हम आपको हॉलीवुड

मूवीस की जानकारी देंगे।

2022 में रिलीज होनेवाली फिल्में

2022 में रिलीज होनेवाली Bollywood Movies


आम भाषा में यदि कहा जाए तो हिंदी सिनेमा को बॉलीवुड मूवी के नाम से जाना जाता है।

2022 में बॉलीवुड की जो मूवी रिलीज होगी। उनकी सूची कुछ इस प्रकार है-

राधेश्याम 

राधे श्याम एक रोमांटिक फिल्म है, जिसे राधा कृष्ण कुमार द्वारा लिखा एवन निर्देशित किया गया है।

इसमें प्रभास और पूजा हेगड़े ने अभिनय किया है। 

इस फिल्म को दो भारतीय भाषा तेलुगु और हिंदी में शूट किया गया है।

सूत्रों के मुताबिक इस मूवी को 14 जनवरी 2022 को रिलीज किया जाएगा।

पृथ्वीराज 

पृथ्वीराज फिल्म को चंद्रप्रकाश द्विवेदी द्वारा निर्देशित एवं यश राज फिल्म्स द्वारा निर्मित किया गया है। 

यह फिल्म इतिहास पर आधारित एक एक्शन ड्रामा फिल्म होगी। 

यह फिल्म पृथ्वीराज चौहान के जीवनी पर आधारित है। इसमें अक्षय कुमार को पृथ्वीराज चौहान के रूप

में दिखाया गया है, वही मानुषी चिल्लर उनकी पत्नी संयोगिता के रूप में अपनी पहली डेब्यू फिल्म करेंगी।

इस फिल्म को 21 जनवरी 2022 में रिलीज किया जाएगा।

एक विलन रिटर्न्स

एक विलन मूवी तो सबने देखी होगी। बस एक विलन रिटर्न्स उसी का भाग 2 समझ लिजिए।

इस फिल्म को मोहित सूरी द्वारा निर्देशित और बालाजी मोशन पिक्चर्स और टी-सीरीज़ द्वारा निर्मित किया गया है।

भाग-1 की कहानी से इसकी कहानी पूरी तरह से अलग होगी।

इस फिल्म को 11 फरवरी 2022 में रिलीज किया जाएगा।

लाल सिंह चड्ढा

लाल सिंह चड्ढा एरिक रोथ और अतुल कुलकर्णी द्वारा लिखा गया है और अद्वैत चंदन द्वारा

निर्देशित किया गया है। यह फिल्म एक कॉमेडी-ड्रामा फिल्म होगी।

इस फिल्म का निर्माण आमिर खान प्रोडक्शंस, वायकॉम18 स्टूडियोज और पैरामाउंट पिक्चर्स द्वारा किया गया है।

14 फरवरी 2022 को इस फिल्म को रिलीज किया जाएगा।

जयेशभाई जोरदार 

जयेशभाई जोरदार  हिंदी भाषा की सामाजिक कॉमेडी फिल्म होगी।

इसे दिव्यांग ठक्कर द्वारा लिखा गया है और निर्देशित भी किया गया है।

इसमें रणवीर सिंह को एक गुजराती व्यक्ति की मुख्य भूमिका के रूप में दिखाया गया है।

जो समाज में पुरुषों और महिलाओं के बीच समान अधिकारों में विश्वास करता है। 

इस फिल्म को 25 फरवरी 2022 को रिलीज किया जाएगा।

2022 में रिलीज होनेवाली Hollywood Movies


द 355

यह एक कोडिंग पर आधारित फिल्म है। इस फिल्म को 7 जनवरी 2022 में रिलीज किया जाएगा।

द 355 एक अमेरिकी एक्शन स्पाई फिल्म है, जिसका निर्देशन साइमन किनबर्ग ने किया है।

इस फिल्म की कहानी को रेबेक की एक कहानी से ली गई है।

अवतार 2

2009 में रिलीज हुई अवतार मूवी का यह भाग 2 है। सूत्रों के मुताबिक कहां जा रहा है कि इस फिल्म

को 2020 में ही रिलीज किया जाता, लेकिन पैंडेमिक के कारण इसे 2022 में रिलीज़ किया जाएगा।

थोर: लव एंड थंडर

थोर: लव एंड थंडर मार्वल कॉमिक्स के चरित्र थोर पर आधारित है। 

यह एक अमेरिकी सुपरहीरो की फिल्म है। 

इसे मार्वल स्टूडियो द्वारा निर्मित और वॉल्ट डिज़नी स्टूडियो मोशन पिक्चर्स द्वारा वितरित किया गया है।

6 मई 2022 इस फिल्म को रिलीज करने की बात सामने आई है।

डॉक्टर स्ट्रेंज इन द मल्टीवर्स ऑफ मैडनेस

डॉक्टर स्ट्रेंज इन द मल्टीवर्स ऑफ मैडनेस एक अमेरिकी सुपरहीरो फिल्म है।

यह फिल्म मार्वल कॉमिक्स के चरित्र डॉक्टर स्ट्रेंज पर आधारित है।

25 मार्च 2022 में इस फिल्म को रिलीज किया जाएगा।

द फ्लैश

द फ्लैश एक अमेरिकी सुपरहीरो फिल्म है। जो इसी नाम के डीसी कॉमिक्स चरित्र पर आधारित है। 

डीसी फिल्म्स, द डिस्को फैक्ट्री और डबल ड्रीम द्वारा निर्मित और वार्नर ब्रदर्स द्वारा वितरण के लिए तैयार है।

नवंबर 2022 के आसपास इस मूवी को रिलीज किया जाएगा।